क्या गिर जाएगी महाराष्ट्र की उद्धव सरकार ?
Maharashtra Government: महाराष्ट्र की उद्धव सरकार फिर से चर्चा का कारण बनी है, बीजेपी को धोखा देकर अपने धुर विरोधियों से हाथ मिलाने वाली उद्धव सरकार आज खुद उसी धोखे का शिकार होती नजर आ रही है. महाराष्ट्र सरकार में शहरी विकास (PWD) मंत्री एकनाथ शिंदे जो कि महाराष्ट्र (Maharashtra) के बड़े नेता माने जाते हैं 12 विधायकों के साथ गायब हैं. बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे 12 विधयाकों के साथ गुजरात के सूरत में हैं. गुजरात (Gujrat) जहां बीजेपी (BJP) की सरकार है ऐसे में हलचल तेज हो गई है कहीं बीजेपी मध्यप्रदेश की तरह यहां भी कोई खेल ना कर दे. एकनाथ शिंदे और सभी 12 विधायकों (MLA) से सम्पर्क किया जा रहा है लेकिन उनका फोन लगातार बंद आ रहा है. सभी अंटकलों के बीच एकानाथ शिंदे ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया इस पर दी है.
उन्होने लिखा है "हम बालासाहेब के पक्के शिवसैनिक हैं, बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है, बालासाहेब के विचारों और धर्मवीर आनंद दीघे साहब की शिक्षाओं के बारे में सत्ता के लिए हमने कभी धोखा नहीं दिया और न कभी धोखा देंगे"
आम्ही बाळासाहेबांचे कट्टर शिवसैनिक आहोत... बाळासाहेबांनी आम्हाला हिंदुत्वाची शिकवण दिली आहे.. बाळासाहेबांचे विचार आणि धर्मवीर आनंद दिघे साहेबांची शिकवण यांच्याबाबत आम्ही सत्तेसाठी कधीही प्रतारणा केली नाही आणि करणार नाही
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) June 21, 2022
इस बयान से ऐसा आपको ऐसा लग सकता है कि शायद शिंदे विधायकों के साथ मिलकर अब सरकार ना गिरांए लेकिन स्थितियां अभी साफ नही है. शिवसेना ने एकनाथ शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया है. सूत्रों का कहना है कि सेवरी से विधायक अजय चौधरी शिवसेना (Shiv Sena) विधायक दल के नए नेता हो सकते हैं.
क्यों खतरे में है उद्धव ठाकरे की एमवीए सरकार
कल सोमवार को विधान परिषद के चुनाव के तुरंत बाद उद्धव ठाकरे ने सभी विधायकों की एक बैठक भी बुलाई थी जिसमें यह विधायक नही पहुंचे थे बताया जा रहा है इसी विधान परिषद के चुनाव के चलते एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) उद्धव से नाराज चल रहे हैं. विधान परिषद के चुनाव में बीजेपी को 5 शिवसेना और एनसीपी को दो-दो तो वहीं कांग्रेस को एक सीट मिली है. चुनाव ही एक कारण नहीं है कि शिंदे नाराज चल रहें हैं शिंदे अपने विभाग को कम फंड मिलने और उद्धव के बेटे अधित्य ठाकरे के बढ़ते कद से भी नाराज हैं. राजनितिक पंडित बताते हैं शिंदे वो नेता है जिनका नाम कभी सीएम पद के लिए भी चल रहा था. शिंदे सिर्फ अपने राजनितिक करियर को लेकर नहीं बलकि अपने बेटे के राजनितिक भविष्य के लेकर चंतित हैं. उनका बेटा श्रीकांत शिंदे जोकि कल्याण से शिव सेना सांसद है. बीजेपी और शिव सेना की पहले भी महाराष्ट्र में गठबंधन की सरकार रही है ऐसे में शिंदे के संबंध बीजेपी से अच्छे रहे हैं, हालहि में हुए राज्यसभा चुनाव जहां बीजेपी ने अच्छा प्रदर्शन किया था वहां भी शिव सेना सरकार के 10 विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कि थी जिसके कारण महाविकास आगाड़ी को एक राज्यसभा सीट गवानी पढ़ी थी. शिंदे हमेशा से चाहते थे कि बीजेपी और शिव सेना की सरकार बने लेकिन ऐसा हुआ नहीं. शिंदे की बीजेपी से नजदीकियां अब शिव सेना सरकार के लिए खतरा बन गई है किसी भी वक्त सरकार गिरने का खतरा मंडरा रहा है.
महाराष्ट्र राजस्थान या मध्य प्रदेश से काफ़ी अलग है: संजय राउत
संजय राउत ने कहा, मैंने सुना है कि हमारे कुछ विधायक सूरत में हैं और उन्हें वापस नहीं लौटने दिया जा रहा है. लेकिन वे सभी लौटेंगे क्योंकि वे शिवसेना के समर्पित कार्यकर्ता हैं. मुझे यक़ीन है कि वे सभी लौट आएंगे और सब कुछ सामान्य हो जाएगा." संजय राउत( Sanjay Raut) ने कहा कि सूरत में मौजूद विधायकों से वे संपर्क में हैं. आगे सजंय राउत ने बीजेपी को चेताते हुए कहा कि बीजेपी को ये याद रखना चाहिए कि महाराष्ट्र राजस्थान (Rajasthan) या मध्य प्रदेश से काफ़ी अलग है.संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा, ''हम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) जी और पवार साहिब से स्थिति पर विचार कर रहे हैं. जो ये सोच रहे हैं कि वे किंगमेकर हैं, वे नाकाम होंगे.
एनसीपी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार
एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press conference) कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी ढाई साल से महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है. महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापठक के बीच उन्होंने कहा कि ये शिवसेना (Shivsena) का आंतरिक मामला है. हालाँकि उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि वे शिवसेना के साथ हैं और गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है.
कांग्रेस ने भी मामले की गंभीता को देखते हुए कमलनाथ को AICC ऑब्जर्वर बनाकर तुरंत महाराष्ट्र जाकर मामले का संज्ञान लेने को कहा है.
Hon'ble Congress President has deputed Shri Kamal Nath as AICC Observer to Maharashtra in the wake of recent political development in the state, with immediate effect. pic.twitter.com/bZBfUaqNER
— INC Sandesh (@INCSandesh) June 21, 2022
महाराष्ट्र में आंकड़ों का गठजोड़
महाराष्ट्र में कुल सीटें हैं 287, सरकार बनाने के लिए 144 की अवाश्यकता होती है इसमें एनसीपी के पास 54, कांग्रेस के पास 44, और शिवसेना के पास 55 सीटे हैं जिसका जोड़ होता है 153 जो सरकार बनाने के लिए काफी है. लेकिन अगर इसमें से 12 विधायक दलबदल करते हैं तो सरकार अल्पमत में आ जायेगी. अब ऐसे में देखना है कि क्या शिंदे शिव सेना का साथ छोड़ेगे ? क्या बीजेपी दोबारा सत्ता पर काबिज हो पायेगी.

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